Shutisha Rajput “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shutisha Rajput 11 May 2022 · 1 min read क्या आज भी पिता धृतराष्ट्र है??????? हां ! आज भी पिता धृतराष्ट्र है। जब निकली एक लड़की घर से तो, लड़कों ने बेहाल किया जब , लड़के के पिता को पता चला तो , मुकदमा भी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 246 Share Shutisha Rajput 5 May 2022 · 1 min read पिता से पराई सुन बिटिया, सुन बिटिया, तेरी कर तो दी बिदाई है। पर क्या करूं तेरी, याद बहुत सताती है। उठा सुबह जब तो, पहले तूझे आवाज लगाई है। देखा तेरा कमरा... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 2 147 Share Shutisha Rajput 5 May 2022 · 1 min read पिता मेरे आप खुश रहे ,आबाद रहे , आपके चेहरे की मुस्कान , सदा महकती रहे । रब करे आपके सिर पर , हमेशा इज्जत का ताज रहे । ओ पिता मेरे....…..... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 323 Share