Ramesh Adheer “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Ramesh Adheer 30 Apr 2022 · 1 min read हमारे बाबू जी (पिता जी) सपने में आये थे भैया आज हमारे बाबू जी। बालकनी से देते थे आवाज़ हमारे बाबूजी। उम्र गुज़र जाने पर भी जो जान नहीं हम पा पाये, खोल रहे थे... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 7 8 541 Share