राकेश पाठक कठारा “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid राकेश पाठक कठारा 23 Apr 2022 · 1 min read पिता जी कुंडलियां 1 पिता आप भगवान हैं, दिया जन्म उपकार बनकर सुत हम श्रवण सा, करें सदा व्यवहार करें सदा व्यवहार, आप की सेवा लायक बनकर कर दे सिद्ध, जगत जाने... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कुण्डलिया 8 10 494 Share