Dr. BIPIN PANDEY “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr. BIPIN PANDEY 9 Jun 2022 · 1 min read बाबू जी सुधियों संग बुढ़ापा काटें, तन्हाई में बाबू जी। दुखी हो गए भित्ति उठी जब,अँगनाई में बाबू जी।।1 दुबक गए हैं घर के अंदर,साथ नहीं देती काया, पाए जाते थे जो... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 265 Share