VINOD CHAUHAN “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid VINOD CHAUHAN 5 May 2022 · 1 min read मेरा गुरूर है पिता सुनो मेरा हर्ष,मेरा गर्व और मेरा गुरुर है पिता । मेरी सजल इन अंखियों का कोहिनूर है पिता ।। मेरे पिता को है फक्र मुझपे और फ़िक्र है मेरी ।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 47 96 1k Share