Rajesh vyas “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Rajesh vyas 19 Apr 2022 · 1 min read पापा के ही हाथों में __गीत पापा के ही हाथों में तो घर की बागडोर है। मुखिया है वे घर के करते सबकी गौर है।। (१) जिम्मेदारी जब से उनके कंधों पर आई है। रखे कमी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · गीत 5 8 229 Share Rajesh vyas 17 Apr 2022 · 1 min read पापा मेरे भी यारों ___घनाक्षरी परमपिता है वह सबका ही रखवाला। हम तुम जिनको कहते भगवान हैं।। धरा पर जन्म दिया पाला पोसा गोद में भी। पापा मेरे भी यारों इतने ही महान हैं।। मुझे... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · घनाक्षरी 6 10 205 Share