महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali उत्सव - कहानी प्रतियोगिता 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 1 Nov 2021 · 1 min read दुःस्वप्न पुस्तक मेले में इस बार भी शामिल भेड़ियों की शक्ल में छोटे-मोटे प्रकाशकों की लम्बी-चौड़ी भीड़। खैर मानती बकरे की अम्मा! नए-पुराने नौसिखिये हर वर्ग के लेखकों की भीड़। जिनमें... उत्सव - कहानी प्रतियोगिता · कहानी 3 2 609 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 1 Nov 2021 · 1 min read दिल और दिमाग़ पुस्तक मेले में उसका लेखक मन किया कि वह अपनी पसन्द की कुछ किताबें ख़रीदे। हर बार वह कोई किताब उठता और रख देता। उसने अनेक किताबें उलटी-पुलटी और मूल्य... उत्सव - कहानी प्रतियोगिता · कहानी 2 2 506 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 28 Oct 2021 · 3 min read ठहाका (कन्या जन्म पर मातम क्यों?) अम्बे तू है जगदम्बे काली.... जय दुर्गे खप्पर वाली.... तेरे ही गुण गाए भारती.... ओ मइया हम सब उतारें तेरी आरती.... नरेन्द्र चंचल की आवाज़ में माता का बेहद कर्णप्रिय... उत्सव - कहानी प्रतियोगिता · कहानी 1 1 502 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 10 Oct 2021 · 8 min read ग़रीब की दिवाली! "आँखें फूट गई हैं क्या?" पोछा लगाते झबरी के हाथ रुक गए। "शक्ल अच्छी नहीं, बातें तो अच्छी किया कर।" मणीराम झल्लाया। "तू सिखाएगा तमीज़....!" "तेरे मायके वालों को तो... उत्सव - कहानी प्रतियोगिता · कहानी 9 8 949 Share