©️ दामिनी नारायण सिंह साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid ©️ दामिनी नारायण सिंह 30 Jul 2021 · 2 min read सुनो तो ! सुनो_तो ! एक परिंदा था; उड़ता रहता बेखौफ ; अनन्त की ओर..? बिना डरे बिना रुके; शाम ढलते ही जब भी उसे गगन और आंगन में चूनना होता, बिना किसी... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 2 4 610 Share ©️ दामिनी नारायण सिंह 22 Jul 2021 · 1 min read "जंग कभी अच्छी नहीं लगी उसे" जंग कभी अच्छी नहीं लगी उसे बस जिंदगी की गुलाम थी~हसरतों से बहुत दुर पर आसमान के बहुत पास~ख्वाबों से इतना इश्क~हकीकत भी शरमा जाए...? उसे पता था बस एकबार... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 2 2 449 Share ©️ दामिनी नारायण सिंह 19 Jul 2021 · 2 min read "आधी रात के बाद" वो शाम थी; ठीक ऐसे ही बारिश वाली; मौसम सर्द ; आधी रात के बाद का वक्त, सड़क बिल्कुल सुनसान, सड़क किनारे वो खड़ी; जैसे ही दूर हेडलाइट की रोशनी... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 3 2 323 Share ©️ दामिनी नारायण सिंह 10 Jul 2021 · 2 min read जब मेले ने देखा चुड़ियों से मिल "इश्क का रंग" क्यूँ ले लिया उनका सामान ? अच्छ एक बात बताओ दीदी ! क्या ? आपने ऐसा मरद देखा है जो अपनी बीबी को चुड़ियाँ चुराकर दे दे चुप क्यूँ हो...बोलो... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 2 4 299 Share ©️ दामिनी नारायण सिंह 5 Jul 2021 · 2 min read सुनो ! आज इतवार है न सुनो आज इतवार है न ! रजाई मुस्कुराती...धुप मुझे छुती और मैं लंबी सांस लेता; इससे पहले.....इतनी लम्बी लिस्ट...ओह और तभी तुम्हारे शौक भी तो बड़े है... ये जो मण्डे... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 3 2 775 Share