SARGAM BHATT "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid SARGAM BHATT 1 Feb 2021 · 1 min read अनोखी मोहब्बत *कुछ खत मोहब्बत के* यूं रात रात जग कर मैं जो चांद का दीदार करती हूं, तुम्हें क्या पता सनम मैं तुमसे कितना प्यार करती हूं। हमारे प्यार के खिलाफ... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 57 654 Share