SHYAM BIHARI MADHUR "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid SHYAM BIHARI MADHUR 4 Feb 2021 · 1 min read " मोहब्बत के दर्द " ढल गई उम्र सारी उसको मनाते - मनाते, मंज़िल की चाह में आरज़ू सजाते - सजाते। वफा की राहों में खुद ही निकली वो बेवफ़ा, रो पड़ा अंतर्मन भी नज़रें... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 40 494 Share