Sonu sugandh "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Sonu sugandh 2 Jan 2021 · 1 min read कोरोना कहर हर मंजर देखो शहर का कैसा हो रहा है शहर का शहर जैसे बंजर हो रहा है मिट्टी का आदमी मिट्टी में समा रहा है अकेले आया था जो अकेले... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 27 561 Share