सारिका फलोर "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid सारिका फलोर 4 Jan 2021 · 1 min read प्रकृति का हरण जल थल नभ सब पर वर्चस्व मेरा यही सोच यही जज्बा था तेरा घमंड में मगरूर होकर इतराता रहा तू देख तेरा तो खुद का वजूद भी नहीं है तेरा।... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 19 39 825 Share