Neha "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Neha 29 Dec 2020 · 1 min read कोरोना आज स्तब्ध रह गया सकल विश्व छाया कैसा कहर है विषाणु का फैलता मकड़जाल मानवता पर बना काल है आधुनिकता की दौड़ में जीवन और मृत्यु से जूझ रहा हाय... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 51 66 2k Share