Minakshi thakur "माँ" - काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Minakshi thakur 1 Nov 2018 · 1 min read माँ,मेरी माँ विषय माँ,मेरी माँ विधा छंद मुक्त मर चुकी है माँ, स्तब्ध खड़ी हूँ मैं, सूनी हैं आँखें,जिनमें अश्रु तैयार हैं। पर गिरते नहीं धरा पर । मानो कह रहे हों... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 24 430 Share