Posts Category: Sahitya Kaksha 18 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid अरशद रसूल बदायूंनी 9 Mar 2025 · 4 min read प्रभावी लेख ऐसे लिखें लेखन केवल शब्दों का खेल नहीं, बल्कि विचारों और भावनाओं को अभिव्यक्त करने की एक कला है। हर लेख के पीछे एक विशेष उद्देश्य होना चाहिए—चाहे वह पाठकों को जानकारी... Hindi · Sahitya Kaksha · Sahitya Kaksha · लेख · साहित्य कक्षा 3 201 Share आचार्य ओम नीरव 22 Dec 2021 · 11 min read समभारी *समभारी* छन्दबद्ध कविता में उर्दू भाषा के मूल शब्दों के स्थान पर समान मात्राभार वाले जिन हिन्दी शब्दों का प्रयोग यथावत अथवा प्रकारान्तर से किया जा सकता है उन्हें समभारी... Hindi · Sahitya Kaksha · लेख 14 3 1k Share आचार्य ओम नीरव 22 Dec 2021 · 13 min read फिल्मी गानों से छंद *फिल्मी गानों से छंद* फिल्म संसार में अधिकांश गाने किसी न किसी भारतीय सनातनी छंद पर आधारित हैं। इन गानों को बहुत ही आकर्षक धुन में गाया गया है और... Hindi · Sahitya Kaksha · लेख 18 1 7k Share आचार्य ओम नीरव 22 Dec 2021 · 11 min read छन्द से ग़ज़ल *छन्द से ग़ज़ल* ग़ज़ल एक ऐसी विधा है जिसमें किसी बहर पर आधारित दो-दो लयात्मक पंक्तियों के विशेष कहन वाले पूर्वापर निरपेक्ष पाँच या अधिक युग्म होते हैं जिनमें से... Hindi · Sahitya Kaksha · लेख 10 6k Share आचार्य ओम नीरव 22 Dec 2021 · 3 min read अनुगीतिका *अनुगीतिका* *परिभाषा* यदि एक ही विषय पर केन्द्रित किसी गीतिका के युग्म अभिव्यक्ति की दृष्टि से पूर्वापर सापेक्ष हों तो उसे अनुगीतिका कहते हैं। अनुगीतिका वास्तव में गीत के निकट... Hindi · Sahitya Kaksha · लेख 5 975 Share आचार्य ओम नीरव 22 Dec 2021 · 11 min read गीत का तानाबाना *गीत का तानाबाना* गीत काव्य की सर्वाधिक लोकप्रिय विधा है। पर्व-त्यौहार से लेकर फिल्म-संसार तक और खेत-खलिहान से लेकर साहित्य-जगत तक गीतों का वर्चस्व सहज ही देखा जा सकता है।... Hindi · Sahitya Kaksha · लेख 8 1 2k Share आचार्य ओम नीरव 22 Dec 2021 · 4 min read मुक्तक *मुक्तक* मुक्तक एक ऐसी काव्य विधा है जो आजकल सर्वाधिक लोकप्रिय है, कवि सम्मलेन का मंच हो या कविगोष्ठी या फिर फेसबुक का विस्तृत संसार, मुक्तक का वर्चस्व सर्वत्र देखा... Hindi · Sahitya Kaksha · लेख 11 2 3k Share आचार्य ओम नीरव 22 Dec 2021 · 4 min read मापनी-विज्ञान *मापनी-विज्ञान* *मापनी का तरंग सिद्धान्त* लघु-गुरु स्वरों को एक विशेष क्रम में रखकर स्वाभाविक उच्चारण करने से एक लयात्मक तरंग उत्पन्न होती है। इस तरंग के विभिन्न खंडों से मापनी... Hindi · Sahitya Kaksha · लेख 4 1k Share आचार्य ओम नीरव 22 Dec 2021 · 4 min read मापनी *मापनी* *परिभाषा* किसी काव्य पंक्ति की लय को निर्धारित करने के लिए प्रयुक्त मात्राक्रम को ‘मापनी’ कहते है। उदाहरणार्थ: ‘लेखनी की साधना है ब्रह्म की आराधना’ इस पंक्ति की मापनी... Hindi · Sahitya Kaksha · लेख 4 2k Share आचार्य ओम नीरव 22 Dec 2021 · 8 min read तुकान्त विधान *तुकान्त विधान* छन्द और छन्दबद्ध कविता के शिल्प में तुकान्त का विशेष महत्व है, इसलिए तुकान्त को समझना आवश्यक है। काव्य-पंक्तियों के अंतिम समान भाग को तुकान्त कहते हैं और... Hindi · Sahitya Kaksha · लेख 4 1k Share Page 1 Next