मुस्कुराता ज़ख्म (समकालीन ग़ज़ल संकलन)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
प्रस्तुत पुस्तक मेरी समकालीन हिंदी ग़ज़लों का दस्तावेज है जो जीवन के विभिन्न आयामों से मिले दर्द को सहेजते हुए शे'र कहने का न केवल प्रयास करता है बल्कि सियासी विद्रूपताओं पर तंज़ कसने में भी और नफ़रत का पर्दाफाश...