Books by Madhuri mahakash 1 book List Grid कोमल किसलय माधुरी महाकाश मुझे नहीं मालूम कि कविता बैठकर कैसे लिखी जाती है, मैंने सदैव ही चलते-चलते कविताएँ लिखीं। जहाँ जैसे भाव दिखे, हृदय के तारों से टकराए और कविता की परिणिति स्वतः होती गई। प्रसन्नता में, दुख में, पीड़ा के क्षणों में,... 6 Share