सुनो, पेड़ कुछ कहता है : कविता संग्रह
धीरेन्द्र सिंह
प्रकृति को बचाकर हम स्वयं को बचा सकते हैं । प्रगति के लिए प्रकृति के साथ समझौता भविष्य के लिए संकट बढ़ाने जैसा ही होगा । समाज को प्रभावित करने वाले विषयों पर मिलीजुली कविताओं का ये मेरा प्रथम संग्रह...