Books by Roopali Sharma 1 book List Grid जीवन का सार रुपाली शर्मा "ज़िन्दगी की अपनी एक अलग ही बहर है चलो चले वहाँ जहां काल्पनाओं का शहर है।" हमारा जीवन एक मंझधार की तरह है जिसमें हम सब अलग अलग परिस्थितियों का सामना करते हैँ और कभी जीतने तो कभी हारने की... 6 Share