और का हैं हाल कक्का? : बुंदेली ग़ज़ल संकलन (समकालीन)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
इस पुस्तक में संगृहीत मेरी बुंदेली ग़ज़लें,सामान्य जीवन की छोटी-छोटी बातों एवं समस्याओं पर पेनी दृष्टि रखती हैं। इन गज़लों में बुंदेलखंड अंचल के लोकजीवन,परंपरा एवं संस्कृति के दर्शन के साथ-साथ सामाजिक विद्रूपताओं पर व्यंग्य एवं आध्यात्मिक उद्भावना का समावेश...