गीतिका
डॉ0 रमेश कुमार 'निर्मेष'
जीवन विविधताओं एवं विसंगतियों से आवृत्त प्रकृति का एक अनुपम उपहार है। इसके सुचारू संचरण हेतु मूल्यों से परिपूर्ण मानकों की आवश्यकता अपेक्षित है इसकी अर्थपूर्णता और उद्देश्यपूर्णता निरापद इसके सौंदर्य को विस्तारित करती है। एक शोधपरक, व जीवंत समाज...