Books by Kanchan Khanna 3 books List Grid कंचनी श्रवनिका कंचन खन्ना मनुष्य का जीवन किसी नदी के समान सतत् प्रवाह में रहता है। कल-कल बहती हुई नदी के प्रवाह में एक अव्यक्त सा संगीत होता है। गति होती है। गति के बिना जीवन का कोई महत्व नहीं। वह शून्य है। प्राणहीन... 8 Share कंचनी चिट्टी कंचन खन्ना कहने को किसी भी विषय पर कुछ भी कहा एवं लिखा जा सकता है। किन्तु कभी-कभी हम स्वयं न कहकर यह निर्णय दूसरों को सौंप देते हैं कि वे उन विषयों पर सोचें और कहें। मेरी नवीन कृति "कंचनी चिट्टी"... 5 Share कंचनी-बयार (२) कंचन खन्ना हवा (बयार) मानव-जीवन के अभिन्न स्रोतों में से एक ऐसा स्रोत है जिसके बिना जीवन की कल्पना भी असंभव है। अदृश्य होते हुए भी हवा प्रकृति एवं मौसम के अनुरूप अपनी गति व रूप परिवर्तित करती रहती है। उसी प्रकार... 8 4 Share