मुट्ठी में सूरज (काव्य संग्रह)
सन्तोष खन्ना
सूर्य की सतरंगी किरणों से छन कर आती छवियां, चाहे वह शुद्ध हों, बुद्ध हों या प्रबुद्ध अथवा जीवन के थपेड़ों से अस्त -व्यस्त या त्रस्त, परंतु संघर्ष के ताप से तपी-सधी, सदा मुट्ठी में सूरज की आकांक्षा लिए प्रयासरत्...