इस पुस्तक का नाम ‘प्रेमात्रयी’ इसलिये दिया गया है क्योंकि इस पुस्तक में तीन कविताओं का संकलन हुआ है। पहली रचना ‘एक बूँद आँसू’ में श्री उद्धव जी के ज्ञान... Read more
इस पुस्तक का नाम ‘प्रेमात्रयी’ इसलिये दिया गया है क्योंकि इस पुस्तक में तीन कविताओं का संकलन हुआ है।
पहली रचना ‘एक बूँद आँसू’ में श्री उद्धव जी के ज्ञान के गर्व को भगवान श्रीकृष्ण के द्वारा मर्दन किये जाने की कथा है।
दूसरी त्रयी के रूप में ‘पुनर्दत्त की मुक्ति’ कथा आई है।
तीसरी त्रयी ‘उर्मिला का ताप’ में लक्ष्मण जी की पत्नी उर्मिला की व्यथा की कथा है।