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3 Jan 2022 · 1 min read

मज़दूर सभा में

ये ठंढ़ी के महीना में!
आग लागल बा सीना में!!
मुफ़्तखोर के औलाद नाहीं,
मेहनतकश के संतान हईं
हम तअ जाएब मज़दूर सभा
तू जा काशी या मदीना में!!
दम धरअ तनी दम धरअ
हमनी से अत तनी कम करअ
देखी दुनिया कि ज़ोर बा केतना
हमनी के ख़ून पसीना में!!
#जनवादीगीतकार #BhojpuriGeetkar

Language: Bhojpuri
Tag: गीत
481 Views
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