Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Oct 2021 · 1 min read

चुनाव आइल नज़दीक त

चुनाव आइल नजदीक त,
दुआर पे आइले नेताजी।
पूछलन हमरा बाबू जी से कवन काम नही होता जी,
पेंशन,गैस कनेक्शन सब हमरा हाथ मे बा।
बोल तहरा का बनवादी।
ई सब हटाव बोल पहिले का खइब,
कह हमरा से हम माँगवादी।
फलाना के आवास देवल हमरे ह,
चिलाना के फॉर्म भरवाईनी ह,
गांव के सब लोग त अपने ह,
एहि से कल मुर्गा मिट फ्री करवईनी ह,
जीतला के बाद काम असली होइ,
अभी ई त विश्वाश दियाता,
गांव मुहल्ला घूम घूम के परिचय अपन दिआता।

कहलन हमर बाबूजी – एतना दिन से कहा रल
का गइल रल भुलाय।
अब आइल बाड़ ओल पर माटी चढ़ावे
जब ओल गइल कोराय,
पयना देख आज ही बनाइनी ह।
अभी भईस के ऐसे पिटले नइखी
का कही केतना दिन हो गइल बा
अभी कुछु लिपले नइखी
सोच तानी दीआव तहरे के अभी अभी नया बाटे
भाग दुआर पर से जल्दी देर करब त लगेब साटे।
ससुरा कोन हमको खाने को देता जी
आइल चुनाव नाजदिक तो दुआर पे आईले नेताजी।

#सूरज कुशवाहा#
संपर्क सूत्र-8873990054

Language: Bhojpuri
249 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आज तक इस धरती पर ऐसा कोई आदमी नहीं हुआ , जिसकी उसके समकालीन
आज तक इस धरती पर ऐसा कोई आदमी नहीं हुआ , जिसकी उसके समकालीन
Raju Gajbhiye
जिन्दगी में फैसले अपने दिमाग़ से लेने चाहिए न कि दूसरों से पू
जिन्दगी में फैसले अपने दिमाग़ से लेने चाहिए न कि दूसरों से पू
अभिनव अदम्य
शरद पूर्णिमा की देती हूंँ बधाई, हर घर में खुशियांँ चांँदनी स
शरद पूर्णिमा की देती हूंँ बधाई, हर घर में खुशियांँ चांँदनी स
Neerja Sharma
मेरे अल्फ़ाज़ मायने रखते
मेरे अल्फ़ाज़ मायने रखते
Dr fauzia Naseem shad
23/75.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/75.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
■ आज का चिंतन...
■ आज का चिंतन...
*Author प्रणय प्रभात*
मै ज़िन्दगी के उस दौर से गुज़र रहा हूँ जहाँ मेरे हालात और मै
मै ज़िन्दगी के उस दौर से गुज़र रहा हूँ जहाँ मेरे हालात और मै
पूर्वार्थ
ਐਵੇਂ ਆਸ ਲਗਾਈ ਬੈਠੇ ਹਾਂ
ਐਵੇਂ ਆਸ ਲਗਾਈ ਬੈਠੇ ਹਾਂ
Surinder blackpen
LOVE-LORN !
LOVE-LORN !
Ahtesham Ahmad
'स्वागत प्रिये..!'
'स्वागत प्रिये..!'
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
रह रहे मन में हमारे
रह रहे मन में हमारे
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
नया
नया
Neeraj Agarwal
दोस्ती
दोस्ती
Mukesh Kumar Sonkar
।। लक्ष्य ।।
।। लक्ष्य ।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
प्रेम पर्व आया सखी
प्रेम पर्व आया सखी
लक्ष्मी सिंह
जिनके जानें से जाती थी जान भी मैंने उनका जाना भी देखा है अब
जिनके जानें से जाती थी जान भी मैंने उनका जाना भी देखा है अब
Vishvendra arya
मात पिता
मात पिता
विजय कुमार अग्रवाल
भ्रांति पथ
भ्रांति पथ
नवीन जोशी 'नवल'
*सर्दी (बाल कविता)*
*सर्दी (बाल कविता)*
Ravi Prakash
"मेरे हमसफर"
Ekta chitrangini
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
संविधान का शासन भारत मानवता की टोली हो।
संविधान का शासन भारत मानवता की टोली हो।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
कुछ नही मिलता आसानी से,
कुछ नही मिलता आसानी से,
manjula chauhan
ये मौसम ,हाँ ये बादल, बारिश, हवाएं, सब कह रहे हैं कितना खूबस
ये मौसम ,हाँ ये बादल, बारिश, हवाएं, सब कह रहे हैं कितना खूबस
Swara Kumari arya
हर रिश्ते में विश्वास रहने दो,
हर रिश्ते में विश्वास रहने दो,
Shubham Pandey (S P)
वजीर
वजीर
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
सब छोड़कर अपने दिल की हिफाजत हम भी कर सकते है,
सब छोड़कर अपने दिल की हिफाजत हम भी कर सकते है,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
बीरबल जैसा तेज तर्रार चालाक और समझदार लोग आज भी होंगे इस दुन
बीरबल जैसा तेज तर्रार चालाक और समझदार लोग आज भी होंगे इस दुन
Dr. Man Mohan Krishna
बाँध लू तुम्हें......
बाँध लू तुम्हें......
Dr Manju Saini
किसान आंदोलन
किसान आंदोलन
मनोज कर्ण
Loading...