Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Sep 2021 · 1 min read

गौरा के ललना

आवे न रउरे बिना चैना
गौरा के ललना।-२
ये हो गौरा के ललना ,
ये हो गौरा के ललना।
आवे न रउरे बिना चैना
गौरा के ललना।
दर्शन जब आपके पाइब।
लडुअन के भोग लगाइब।-२
दिन होखे चाहे होखे रैना,
गौरा के ललना।
आवे न रउरे बिना चैना
गौरा के ललना।
मस्तक सोहेला चंदन।
हम करी राउर वंदन।-२
किरपा मोपर प्रभु करना,
गौरा के ललना।
आवे न रउरे बिना चैना
गौरा के ललना।
कंधवा जनेऊ साजे।
संग ऋद्धि-सिद्धि विराजें।-२
मूसक सामने देले धरना,
गौरा के ललना।
आवे न रउरे बिना चैना
गौरा के ललना।
-सिद्धार्थ गोरखपुरी

Language: Bhojpuri
Tag: गीत
1 Like · 464 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
नारदीं भी हैं
नारदीं भी हैं
सिद्धार्थ गोरखपुरी
मौहब्बत क्या है? क्या किसी को पाने की चाहत, या फिर पाकर उसे
मौहब्बत क्या है? क्या किसी को पाने की चाहत, या फिर पाकर उसे
पूर्वार्थ
✍🏻 ■ रसमय दोहे...
✍🏻 ■ रसमय दोहे...
*Author प्रणय प्रभात*
आए अवध में राम
आए अवध में राम
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
चाँद पर रखकर कदम ये यान भी इतराया है
चाँद पर रखकर कदम ये यान भी इतराया है
Dr Archana Gupta
झुकता हूं.......
झुकता हूं.......
A🇨🇭maanush
★साथ तेरा★
★साथ तेरा★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
#justareminderekabodhbalak
#justareminderekabodhbalak
DR ARUN KUMAR SHASTRI
क्या मणिपुर बंगाल क्या, क्या ही राजस्थान ?
क्या मणिपुर बंगाल क्या, क्या ही राजस्थान ?
Arvind trivedi
मन में पल रहे सुन्दर विचारों को मूर्त्त रुप देने के पश्चात्
मन में पल रहे सुन्दर विचारों को मूर्त्त रुप देने के पश्चात्
Paras Nath Jha
बावरी
बावरी
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
निर्जन पथ का राही
निर्जन पथ का राही
नवीन जोशी 'नवल'
करो कुछ मेहरबानी यूँ,
करो कुछ मेहरबानी यूँ,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
💐💞💐
💐💞💐
शेखर सिंह
7) “आओ मिल कर दीप जलाएँ”
7) “आओ मिल कर दीप जलाएँ”
Sapna Arora
होलिडे-होली डे / MUSAFIR BAITHA
होलिडे-होली डे / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
*नि:स्वार्थ विद्यालय सृजित जो कर गए उनको नमन (गीत)*
*नि:स्वार्थ विद्यालय सृजित जो कर गए उनको नमन (गीत)*
Ravi Prakash
बड़ा मन करऽता।
बड़ा मन करऽता।
जय लगन कुमार हैप्पी
मौका जिस को भी मिले वही दिखाए रंग ।
मौका जिस को भी मिले वही दिखाए रंग ।
Mahendra Narayan
"हकीकत"
Dr. Kishan tandon kranti
थक गया दिल
थक गया दिल
Dr fauzia Naseem shad
आप और हम
आप और हम
Neeraj Agarwal
कुछ नही हो...
कुछ नही हो...
Sapna K S
🌷🌷  *
🌷🌷 *"स्कंदमाता"*🌷🌷
Shashi kala vyas
नृत्य किसी भी गीत और संस्कृति के बोल पर आधारित भावना से ओतप्
नृत्य किसी भी गीत और संस्कृति के बोल पर आधारित भावना से ओतप्
Rj Anand Prajapati
गोस्वामी तुलसीदास
गोस्वामी तुलसीदास
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
गज़ल सी रचना
गज़ल सी रचना
Kanchan Khanna
स्त्री श्रृंगार
स्त्री श्रृंगार
विजय कुमार अग्रवाल
मैं भटकता ही रहा दश्त-ए-शनासाई में
मैं भटकता ही रहा दश्त-ए-शनासाई में
Anis Shah
सागर-मंथन की तरह, मथो स्वयं को रोज
सागर-मंथन की तरह, मथो स्वयं को रोज
डॉ.सीमा अग्रवाल
Loading...