Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Oct 2024 · 1 min read

Beautiful & Bountiful

The beauty of nature is vast and deep,
In mountains tall and oceans steep.
The sun that rises, bold and bright,
Brings warmth and color to the night.

The rivers whisper, forests sigh,
As birds take flight across the sky.
A breeze that dances through the trees,
Sings of freedom, wild and free.

The flowers bloom in hues so rare,
Perfuming the crisp, clean air.
The stars above, like diamonds shine,
In nature’s art, there is design.

The changing seasons, each a song,
Teach us where we all belong.
In every leaf, in every stone,
The earth speaks softly, we’re not alone.

So pause and listen, take it slow,
Embrace the peace the wilds bestow.
For nature’s beauty never ends,
It heals, it comforts, and it mends.

Language: English
Tag: Poem
1 Like · 52 Views
Books from Shyam Sundar Subramanian
View all

You may also like these posts

इशारा नहीं होता
इशारा नहीं होता
Neelam Sharma
सेवन स्टेजस..❤️❤️
सेवन स्टेजस..❤️❤️
शिवम "सहज"
मां का घर
मां का घर
नूरफातिमा खातून नूरी
നിശാഗന്ധി.
നിശാഗന്ധി.
Heera S
दीपक इसलिए वंदनीय है क्योंकि वह दूसरों के लिए जलता है दूसरो
दीपक इसलिए वंदनीय है क्योंकि वह दूसरों के लिए जलता है दूसरो
Ranjeet kumar patre
2533.पूर्णिका
2533.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
पिता
पिता
पूर्वार्थ
एक हमारे मन के भीतर
एक हमारे मन के भीतर
Suryakant Dwivedi
बयार
बयार
Sanjay ' शून्य'
ओकरा गेलाक बाद हँसैके बाहाना चलि जाइ छै
ओकरा गेलाक बाद हँसैके बाहाना चलि जाइ छै
गजेन्द्र गजुर ( Gajendra Gajur )
संदूक पुरानी यादों का!
संदूक पुरानी यादों का!
Pradeep Shoree
श्री नानाजी देशमुख को श्रद्धांजलि स्वरूप एक गीत
श्री नानाजी देशमुख को श्रद्धांजलि स्वरूप एक गीत
Ravi Prakash
प्यार के बदले यहाँ प्यार कहाँ मिलता है
प्यार के बदले यहाँ प्यार कहाँ मिलता है
आकाश महेशपुरी
जाने के बाद .....लघु रचना
जाने के बाद .....लघु रचना
sushil sarna
Love, hate and addiction, all three are very dangerous.
Love, hate and addiction, all three are very dangerous.
सिद्धार्थ गोरखपुरी
**नेकी की राह पर तू चल सदा**
**नेकी की राह पर तू चल सदा**
Kavita Chouhan
प्रेम
प्रेम
Karuna Bhalla
जितने लगाए तुमने हम पर इल्जामात ,
जितने लगाए तुमने हम पर इल्जामात ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
किताबों में सूखते से गुलाब
किताबों में सूखते से गुलाब
Surinder blackpen
न‌ वो बेवफ़ा, न हम बेवफ़ा-
न‌ वो बेवफ़ा, न हम बेवफ़ा-
Shreedhar
मैं रूठूं तो मनाना जानता है
मैं रूठूं तो मनाना जानता है
Monika Arora
स्वयं को
स्वयं को "अद्यतन" रखने का सर्वश्रेष्ठ माध्यम है "अध्ययन।"
*प्रणय*
अवसाद।
अवसाद।
Amber Srivastava
यह नरक है
यह नरक है
Otteri Selvakumar
बसन्त ऋतु
बसन्त ऋतु
Durgesh Bhatt
मां सीता की अग्नि परीक्षा ( महिला दिवस)
मां सीता की अग्नि परीक्षा ( महिला दिवस)
Rj Anand Prajapati
*मैं और मेरी तन्हाई*
*मैं और मेरी तन्हाई*
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
नाचेगी धरती, झुमेगा गगन,
नाचेगी धरती, झुमेगा गगन,
Shashi kala vyas
"नकल"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...