Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Feb 2022 · 1 min read

Aina

آئینہ رکھیں یا تصویر ہم تری رکھ لیں۔
اندھیری رات میں یادوں کی روشنی رکھ لیں۔💕
واسطے وصل کے مجھکو بھی چند لمحے دیں۔
اور اسکے بدلے میری پوری زندگی رخ لیں۔
💕
یہ تبسم تیرا لگتا کوئی کلیوں کا چمن۔
سارے غم بھول کے ہم بس تری ہنسی رکھ لیں۔
💕
ساری دنیا سے چھپا کر تجھے رکھا دل میں۔
میری تصویر چھپا کر کے آپ بھی رکھ لیں۔
💕
وقت وہ مانگتے رہتے ہیں مجھ سے شام و سحر۔
صغیر اب ان سے کہو میری یہ گھڑی رکھ لیں۔
❤️❤️❤️❤️❤️ڈاکٹر صغیر احمد صدیقی خیرا بازار بہرائچ

Language: Urdu
Tag: غزل
232 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
फुटपाथों पर लोग रहेंगे
फुटपाथों पर लोग रहेंगे
Chunnu Lal Gupta
खुश रहोगे कि ना बेईमान बनो
खुश रहोगे कि ना बेईमान बनो
Shweta Soni
सीमा प्रहरी
सीमा प्रहरी
लक्ष्मी सिंह
मूल्य मंत्र
मूल्य मंत्र
ओंकार मिश्र
#सुर्खियों_से_परे-
#सुर्खियों_से_परे-
*प्रणय*
आज का दिन
आज का दिन
Punam Pande
यूँ   ही   बेमौसम   बरसात  हुई।
यूँ ही बेमौसम बरसात हुई।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
जाते जाते कुछ कह जाते --
जाते जाते कुछ कह जाते --
Seema Garg
Today's Thought
Today's Thought
DR ARUN KUMAR SHASTRI
राम राम
राम राम
Sonit Parjapati
"महान लोग"
Dr. Kishan tandon kranti
भारत की गौरवभूमि में जन्म लिया है
भारत की गौरवभूमि में जन्म लिया है
Sonam Puneet Dubey
ରାତ୍ରିର ବିଳାପ
ରାତ୍ରିର ବିଳାପ
Bidyadhar Mantry
मोल
मोल
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
अपने मन मंदिर में, मुझे रखना, मेरे मन मंदिर में सिर्फ़ तुम रहना…
अपने मन मंदिर में, मुझे रखना, मेरे मन मंदिर में सिर्फ़ तुम रहना…
Anand Kumar
दिल में एहसास
दिल में एहसास
Dr fauzia Naseem shad
*चाँदी को मत मानिए, कभी स्वर्ण से हीन ( कुंडलिया )*
*चाँदी को मत मानिए, कभी स्वर्ण से हीन ( कुंडलिया )*
Ravi Prakash
सांसें थम सी गई है, जब से तु म हो ।
सांसें थम सी गई है, जब से तु म हो ।
Chaurasia Kundan
वर्षा रानी
वर्षा रानी
Ranjeet kumar patre
कभी कभी लगता है की मैं भी मेरे साथ नही हू।हमेशा दिल और दिमाग
कभी कभी लगता है की मैं भी मेरे साथ नही हू।हमेशा दिल और दिमाग
Ashwini sharma
उम्मीद
उम्मीद
Pratibha Pandey
#𑒫𑒱𑒔𑒰𑒩
#𑒫𑒱𑒔𑒰𑒩
DrLakshman Jha Parimal
अनजान राहें अनजान पथिक
अनजान राहें अनजान पथिक
SATPAL CHAUHAN
बोलबाला
बोलबाला
Sanjay ' शून्य'
वो ख्वाब सजाते हैं नींद में आकर ,
वो ख्वाब सजाते हैं नींद में आकर ,
Phool gufran
काश तुम कभी जोर से गले लगा कर कहो
काश तुम कभी जोर से गले लगा कर कहो
शेखर सिंह
मैं दौड़ता रहा तमाम उम्र
मैं दौड़ता रहा तमाम उम्र
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
4581.*पूर्णिका*
4581.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Millions of people have decided not to be sensitive. They ha
Millions of people have decided not to be sensitive. They ha
पूर्वार्थ
सारे जग को मानवता का पाठ पढ़ा कर चले गए...
सारे जग को मानवता का पाठ पढ़ा कर चले गए...
Sunil Suman
Loading...