Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Mar 2019 · 1 min read

865 देश के वीर

देश के वीरों ने दे कर जान।
मां भारत की रखी शान।

दि धी आजादी की जंग को चिंगारी।
भारत माँ सदा तुम्हारी रहेगी आभारी।

तुम थे देश के सच्चे सपूत।
ऐसी कि तुमने करतूत।

देखते रह गए बैठे अंग्रेज।
दीवानों ने अपना लक्ष्य दिया भेद।

जो ठाना था कर दिखाया।
असेंबली में बम गिराया।

फिर भी देखो डरे नहीं।
कोई भी जुबान से मुकरा नहीं।

डर नहीं किसी को, जो आए मौत।
यह तो उन वीरों के लिए थी सौगात।

अमर हो गए वह सूली पर चढ़कर।
देश ने भी नारे लगाए बढ़ चढ़कर।

रखना यह आजादी संभाल के।
जो मिली है जान कुर्बान से।

इस देश को करना तुम प्यार।
यही होगा उन पर उपकार।

देश को एक बार फिर बचाना गद्दारों से।
नहीं तो फिर झूलना पड़ेगा मीनारों पे।

जान से कीमत चुकानी पड़ेगी।
आजा़दी फिर भी महंगी पड़ेगी।

रखना तुम आजादी को संभाल।
उनकी कुर्बानी ना जाए बेकार।

वो हो गये हँस कर कुर्बान।
बोलकर भारत माता की जय जयकार।

Language: Hindi
1 Like · 197 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मुक्तक
मुक्तक
पंकज कुमार कर्ण
"जिंदगी"
नेताम आर सी
हमेशा गिरगिट माहौल देखकर रंग बदलता है
हमेशा गिरगिट माहौल देखकर रंग बदलता है
शेखर सिंह
बाल नृत्य नाटिका : कृष्ण और राधा
बाल नृत्य नाटिका : कृष्ण और राधा
Dr.Pratibha Prakash
शांति के लिए अगर अन्तिम विकल्प झुकना
शांति के लिए अगर अन्तिम विकल्प झुकना
Paras Nath Jha
शिव स्तुति महत्व
शिव स्तुति महत्व
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
लेशमात्र भी शर्म का,
लेशमात्र भी शर्म का,
sushil sarna
"'मोम" वालों के
*Author प्रणय प्रभात*
अपने हक की धूप
अपने हक की धूप
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
चलते चलते
चलते चलते
ruby kumari
जो मुस्किल में छोड़ जाए वो यार कैसा
जो मुस्किल में छोड़ जाए वो यार कैसा
Kumar lalit
रेत घड़ी / मुसाफ़िर बैठा
रेत घड़ी / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
"विकृति"
Dr. Kishan tandon kranti
दोहे
दोहे
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
रिश्ते वक्त से पनपते है और संवाद से पकते है पर आज कल ना रिश्
रिश्ते वक्त से पनपते है और संवाद से पकते है पर आज कल ना रिश्
पूर्वार्थ
माँ दुर्गा मुझे अपना सहारा दो
माँ दुर्गा मुझे अपना सहारा दो
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
सविनय अभिनंदन करता हूॅं हिंदुस्तानी बेटी का
सविनय अभिनंदन करता हूॅं हिंदुस्तानी बेटी का
महेश चन्द्र त्रिपाठी
नींद आए तो सोना नहीं है
नींद आए तो सोना नहीं है
कवि दीपक बवेजा
मातर मड़ई भाई दूज
मातर मड़ई भाई दूज
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
समाज या परिवार हो, मौजूदा परिवेश
समाज या परिवार हो, मौजूदा परिवेश
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
2637.पूर्णिका
2637.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
चाँद
चाँद
लक्ष्मी सिंह
सफलता और सुख  का मापदण्ड स्वयं निर्धारित करनांआवश्यक है वरना
सफलता और सुख का मापदण्ड स्वयं निर्धारित करनांआवश्यक है वरना
Leena Anand
खुद में हैं सब अधूरे
खुद में हैं सब अधूरे
Dr fauzia Naseem shad
नवीन वर्ष (पञ्चचामर छन्द)
नवीन वर्ष (पञ्चचामर छन्द)
नाथ सोनांचली
कौन सुने फरियाद
कौन सुने फरियाद
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
नम आंखों से ओझल होते देखी किरण सुबह की
नम आंखों से ओझल होते देखी किरण सुबह की
Abhinesh Sharma
Destiny's epic style.
Destiny's epic style.
Manisha Manjari
हाल मियां।
हाल मियां।
Acharya Rama Nand Mandal
मैं आग नही फिर भी चिंगारी का आगाज हूं,
मैं आग नही फिर भी चिंगारी का आगाज हूं,
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
Loading...