Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Oct 2024 · 1 min read

4575.*पूर्णिका*

4575.*पूर्णिका*
🌷 जीवन बदल जाता प्यार से 🌷
22 2122 212
जीवन बदल जाता प्यार से।
सच वक्त बदल जाता प्यार से ।।
मुखड़ा चांद सा यूं चमकता।
दामन बदल जाता है प्यार से ।।
पकड़े राह चलते हम जहाँ ।
साथी बदल जाता प्यार से ।।
मिलती है खुशी हरदम यहाँ ।
गम भी बदल जाता प्यार से ।।
दुनिया देख खेदू खुशनुमा ।
दर्द भी बदल जाता प्यार से ।।
………✍️ डॉ. खेदू भारती “सत्येश “
08-10-2024 मंगलवार

33 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

#भारतीय संस्कृति से गंगा गाय और गायत्री की नालबद्धता
#भारतीय संस्कृति से गंगा गाय और गायत्री की नालबद्धता
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
" संगति "
Dr. Kishan tandon kranti
प्रीति की आभा
प्रीति की आभा
Rambali Mishra
अभाव और कमियाँ ही हमें जिन्दा रखती हैं।
अभाव और कमियाँ ही हमें जिन्दा रखती हैं।
पूर्वार्थ
तुम्हारी शरारतें
तुम्हारी शरारतें
Dr. Rajeev Jain
सुखी जीवन बनाने के लिए बहुत कम की आवश्यकता होती है; यह सब आप
सुखी जीवन बनाने के लिए बहुत कम की आवश्यकता होती है; यह सब आप
ललकार भारद्वाज
ई आलम
ई आलम
आकाश महेशपुरी
जरुरी है बहुत जिंदगी में इश्क मगर,
जरुरी है बहुत जिंदगी में इश्क मगर,
शेखर सिंह
Cottage house
Cottage house
Otteri Selvakumar
7) “आओ मिल कर दीप जलाएँ”
7) “आओ मिल कर दीप जलाएँ”
Sapna Arora
तन से अपने वसन घटाकर
तन से अपने वसन घटाकर
Suryakant Dwivedi
3979.💐 *पूर्णिका* 💐
3979.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
अनुत्तरित
अनुत्तरित
Meera Thakur
इजहार बने
इजहार बने
Kunal Kanth
जुगनू सी ख़्वाहिश  ...... लघु रचना
जुगनू सी ख़्वाहिश ...... लघु रचना
sushil sarna
- दोष -
- दोष -
bharat gehlot
न लिखना जानूँ...
न लिखना जानूँ...
Satish Srijan
Xoilac là một nền tảng phát sóng trực tiếp các trận đấu bóng
Xoilac là một nền tảng phát sóng trực tiếp các trận đấu bóng
Xoilac
तेरा मेरा साथ
तेरा मेरा साथ
Kanchan verma
*आया पतझड़ तो मत मानो, यह पेड़ समूचा चला गया (राधेश्यामी छंद
*आया पतझड़ तो मत मानो, यह पेड़ समूचा चला गया (राधेश्यामी छंद
Ravi Prakash
सत्य केवल उन लोगो के लिए कड़वा होता है
सत्य केवल उन लोगो के लिए कड़वा होता है
Ranjeet kumar patre
दोहे- चार क़दम
दोहे- चार क़दम
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
बड़ा रोग
बड़ा रोग
Sudhir srivastava
दरख़्त
दरख़्त
Dr.Archannaa Mishraa
अहंकार और अधंकार दोनों तब बहुत गहरा हो जाता है जब प्राकृतिक
अहंकार और अधंकार दोनों तब बहुत गहरा हो जाता है जब प्राकृतिक
Rj Anand Prajapati
Tlash
Tlash
Swami Ganganiya
वो ज़ख्म जो दिखाई नहीं देते
वो ज़ख्म जो दिखाई नहीं देते
shabina. Naaz
मनुवा तेरे
मनुवा तेरे
Santosh kumar Miri
मोर
मोर
विजय कुमार नामदेव
स्वार्थी आदमी
स्वार्थी आदमी
अनिल "आदर्श"
Loading...