Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Sep 2024 · 1 min read

4351.*पूर्णिका*

4351.*पूर्णिका*
🌷 देख सुन कर फैसला लेते🌷
2122 212 22
देख सुन कर फैसला लेते।
जान बुझ कर फैसला लेते।।
जिंदगी भी जिंदगी बनती।
सोच समझ कर फैसला लेते।।
बदलती है रोज ये दुनिया ।
मौन रह कर फैसला लेते।।
यार बनते थाम के दामन ।
साथ चल कर फैसला लेते।।
खूबसूरत दिल यहाँ खेदू।
शान बन कर फैसला लेते ।।
……..✍️ डॉ. खेदू भारती “सत्येश “
17-09-2024 मंगलवार

46 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

एक शपथ
एक शपथ
Abhishek Soni
ভালোবাসার ধর্ম
ভালোবাসার ধর্ম
Arghyadeep Chakraborty
हाकिम तेरा ये अंदाज़ अच्छा नही है।
हाकिम तेरा ये अंदाज़ अच्छा नही है।
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
हम थक हार कर बैठते नहीं ज़माने में।
हम थक हार कर बैठते नहीं ज़माने में।
Phool gufran
🙅अगर सच्चे हैं आरोप🙅
🙅अगर सच्चे हैं आरोप🙅
*प्रणय*
"तारीफ़"
Dr. Kishan tandon kranti
- वो एक दिन जरूर आएगी -
- वो एक दिन जरूर आएगी -
bharat gehlot
मेरे तुम हो
मेरे तुम हो
Rambali Mishra
नारी तेरा रूप निराला
नारी तेरा रूप निराला
Anil chobisa
वीरांगनाएँ
वीरांगनाएँ
Dr.Pratibha Prakash
दोहा त्रयी. . . . .
दोहा त्रयी. . . . .
sushil sarna
गीत के मीत
गीत के मीत
Kanchan verma
सरकारी नौकरी लगने की चाहत ने हमे ऐसा घेरा है
सरकारी नौकरी लगने की चाहत ने हमे ऐसा घेरा है
पूर्वार्थ
अच्छा खाना
अच्छा खाना
Dr. Reetesh Kumar Khare डॉ रीतेश कुमार खरे
तो गलत कहाँ हूँ मैं ?
तो गलत कहाँ हूँ मैं ?
नेहा आज़ाद
वादा
वादा
Heera S
मां लक्ष्मी कभी भी जुआरिओ के साथ नही बल्कि जोहरीओ के साथ रहत
मां लक्ष्मी कभी भी जुआरिओ के साथ नही बल्कि जोहरीओ के साथ रहत
Rj Anand Prajapati
याद दिल में जब जब तेरी आईं
याद दिल में जब जब तेरी आईं
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
तेरे होने का सबूत
तेरे होने का सबूत
Minal Aggarwal
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
विपत्तियों में स्वभाव संस्कार सहायक
विपत्तियों में स्वभाव संस्कार सहायक
Sudhir srivastava
एक आंसू
एक आंसू
Surinder blackpen
शीर्षक -बिना आपके मांँ
शीर्षक -बिना आपके मांँ
Sushma Singh
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
किसी को घर नहीं
किसी को घर नहीं
Jyoti Roshni
तरक्की
तरक्की
Khajan Singh Nain
विदाई - एक नई शुरुआत
विदाई - एक नई शुरुआत
Savitri Dhayal
आखिर मैं हूं ऐसी क्यों
आखिर मैं हूं ऐसी क्यों
Lovi Mishra
मेरी फूट गई तकदीर
मेरी फूट गई तकदीर
Baldev Chauhan
4622.*पूर्णिका*
4622.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...