Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 May 2024 · 1 min read

3.बूंद

यह सच है कि बूंद, दरिया नहीं होता,
मगर यह भी सच है कि बिन बूंद-दरिया नहीं होता।

बूंद से मिलकर बूंद एक धार बनती है,
धीमे धीमे बहकर यह सीमाएं पार करती है।

बूंद की भी अपनी पहचान होती है,
सीप में गिर कर यही मोती बन जाती है।
******

53 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Lalni Bhardwaj
View all

You may also like these posts

बुढ़ापा
बुढ़ापा
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
ഒന്നോർത്താൽ
ഒന്നോർത്താൽ
Heera S
कभी मिले नहीं है एक ही मंजिल पर जानें वाले रास्तें
कभी मिले नहीं है एक ही मंजिल पर जानें वाले रास्तें
Sonu sugandh
मजबूत रिश्ता
मजबूत रिश्ता
Buddha Prakash
“See, growth isn’t this comfortable, miraculous thing. It ca
“See, growth isn’t this comfortable, miraculous thing. It ca
पूर्वार्थ
लेती है मेरा इम्तिहान ,कैसे देखिए
लेती है मेरा इम्तिहान ,कैसे देखिए
Shweta Soni
म
*प्रणय*
कुंडलिया
कुंडलिया
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
मेरी मोहब्बत पाक मोहब्बत
मेरी मोहब्बत पाक मोहब्बत
VINOD CHAUHAN
खफा जरा क्या यार
खफा जरा क्या यार
RAMESH SHARMA
मैं ख़ाक से बना हूँ
मैं ख़ाक से बना हूँ
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
चुनावी घनाक्षरी
चुनावी घनाक्षरी
Suryakant Dwivedi
तुम्हारी सब अटकलें फेल हो गई,
तुम्हारी सब अटकलें फेल हो गई,
Mahender Singh
दरिंदगी के ग़ुबार में अज़ीज़ किश्तों में नज़र आते हैं
दरिंदगी के ग़ुबार में अज़ीज़ किश्तों में नज़र आते हैं
Atul "Krishn"
बह्र 2122 2122 212 फ़ाईलातुन फ़ाईलातुन फ़ाईलुन
बह्र 2122 2122 212 फ़ाईलातुन फ़ाईलातुन फ़ाईलुन
Neelam Sharma
यादों के शहर में
यादों के शहर में
Madhu Shah
कुर्सी
कुर्सी
Rambali Mishra
कितनी गौर से देखा करते थे जिस चेहरे को,
कितनी गौर से देखा करते थे जिस चेहरे को,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तुम साथ थे तो संभल गया
तुम साथ थे तो संभल गया
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'
पति पत्नी और मोबाइल
पति पत्नी और मोबाइल
Rekha khichi
3523.🌷 *पूर्णिका* 🌷
3523.🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
कोई कैसे ही कह दे की आजा़द हूं मैं,
कोई कैसे ही कह दे की आजा़द हूं मैं,
manjula chauhan
तहि मोर प्रेम के कहानी
तहि मोर प्रेम के कहानी
Santosh kumar Miri
मेरी अनलिखी कविताएं
मेरी अनलिखी कविताएं
Arun Prasad
मेरे दिल की जुबां मेरी कलम से
मेरे दिल की जुबां मेरी कलम से
Dr .Shweta sood 'Madhu'
वैवाहिक चादर!
वैवाहिक चादर!
कविता झा ‘गीत’
कुपमंडुक
कुपमंडुक
Rajeev Dutta
सावन
सावन
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
एक लड़की की कहानी (पार्ट1)
एक लड़की की कहानी (पार्ट1)
MEENU SHARMA
गरीबी के मार,बीवी के ताने
गरीबी के मार,बीवी के ताने
Ranjeet kumar patre
Loading...