Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Feb 2024 · 1 min read

24/237. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*

24/237. छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
🌷 अंतस के भाव समझ लेथे🌷
22 22 22 22
अंतस के भाव समझ लेथे।
काबर अलगाव समझ लेथे।।
हरहिंछा जीयत खावत रा।
दुनिया परभाव समझ लेथे।।
बांध इहां गठरी सुनता ले।
कोन अपन संग समझ लेथे।।
जोहत जौन रथे रोज रद्दा ।
मन बोली सुघ्घर समझ लेथे।।
बांटत रोज मया ला खेदू।
जग कतिक लगाव समझ लेथे।।
…….✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
02-02-2024शुक्रवार

210 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

*इक क़ता*,,
*इक क़ता*,,
Neelofar Khan
जहाँ केवल जीवन है वहाँ आसक्ति है, जहाँ जागरूकता है वहाँ प्रे
जहाँ केवल जीवन है वहाँ आसक्ति है, जहाँ जागरूकता है वहाँ प्रे
Ravikesh Jha
कान्हा प्रीति बँध चली,
कान्हा प्रीति बँध चली,
Neelam Sharma
दिल पे पत्थर ना रखो
दिल पे पत्थर ना रखो
shabina. Naaz
*Move On...*
*Move On...*
Veneeta Narula
*कुंडी पहले थी सदा, दरवाजों के साथ (कुंडलिया)*
*कुंडी पहले थी सदा, दरवाजों के साथ (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
हमारी आखिरी उम्मीद हम खुद है,
हमारी आखिरी उम्मीद हम खुद है,
शेखर सिंह
धर्म बड़ा या इंसानियत?
धर्म बड़ा या इंसानियत?
Ajit Kumar "Karn"
वैवाहिक चादर!
वैवाहिक चादर!
कविता झा ‘गीत’
मन  के  दीये  जलाओ  रे।
मन के दीये जलाओ रे।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
जय
जय
*प्रणय*
सोच
सोच
Sûrëkhâ
चुनावी घनाक्षरी
चुनावी घनाक्षरी
Suryakant Dwivedi
सत्य एक श्री राम
सत्य एक श्री राम
Rajesh Kumar Kaurav
क्या 'तेवरी' एक विधा? डॉ. विशनकुमार शर्मा
क्या 'तेवरी' एक विधा? डॉ. विशनकुमार शर्मा
कवि रमेशराज
काहू संग न प्रीत भली
काहू संग न प्रीत भली
Padmaja Raghav Science
आप और हम
आप और हम
Neeraj Agarwal
कर्म
कर्म
Dhirendra Singh
बेटी है हम हमें भी शान से जीने दो
बेटी है हम हमें भी शान से जीने दो
SHAMA PARVEEN
इम्तिहान
इम्तिहान
AJAY AMITABH SUMAN
शीर्षक- तुम बनाओ अपनी बस्ती, हमसे दूर
शीर्षक- तुम बनाओ अपनी बस्ती, हमसे दूर
gurudeenverma198
जो लोग बिछड़ कर भी नहीं बिछड़ते,
जो लोग बिछड़ कर भी नहीं बिछड़ते,
शोभा कुमारी
भक्त औ भगवान का ये साथ प्यारा है।
भक्त औ भगवान का ये साथ प्यारा है।
सत्य कुमार प्रेमी
#एक युद्ध : भाषाप्रदूषण के विरुद्ध
#एक युद्ध : भाषाप्रदूषण के विरुद्ध
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
कुंडलिया
कुंडलिया
seema sharma
"एकता"
Dr. Kishan tandon kranti
मत्त सवैया
मत्त सवैया
Rambali Mishra
चलो एक बार फिर से ख़ुशी के गीत गायें
चलो एक बार फिर से ख़ुशी के गीत गायें
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
23/63.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/63.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
The destination
The destination
Bidyadhar Mantry
Loading...