? समझ ?
डॉ अरुण कुमार शास्त्री ?एक अबोध बालक ?अरुण अतृप्त?
?? समझे बिना किसी को पसन्द मत करना और समझे बिना किसी को खो भी मत देना, मोह हृदय में होता है शब्दों में नहीं और क्रोध शब्दों में होता है हृदय में नहीं। ??
डॉ अरुण कुमार शास्त्री ?एक अबोध बालक ?अरुण अतृप्त?
?? समझे बिना किसी को पसन्द मत करना और समझे बिना किसी को खो भी मत देना, मोह हृदय में होता है शब्दों में नहीं और क्रोध शब्दों में होता है हृदय में नहीं। ??