Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 May 2022 · 1 min read

💐💐निन्दायाः प्रतिफलं💐💐

आलोचनाया: प्रसय: केषु सिद्धांतेषु उपस्थित: भवति।एषः यषु: विषयेषु निर्भरः भवति यत्र प्रत्येकं क्षणं अपि अन्य जनानां निन्दायां संलग्न: भवति।येषु विषयेषु कदापि वयं न चिन्तयेम्।वयं समूहे उक्त: विषयेषु एव चर्चायाः अयोजनं करोति।न केचित् अपि निन्दा कुर्वन्ति न एव केचित् अपि एषां अवरोधनं कुर्वन्ति।आलोचनाया: अपि विषय निश्चित कुर्यु: यत् एषा सत्यं दिशायां एव करणं अस्ति।’शतं वार्ताया: एकं वार्ता’ आलोचना करणं पाप:।विशेषकर: सन्तनिन्दायां रता: मनुष्या: ‘चमगादड़’इति भवन्ति।

“किसी भी व्यक्ति को उसके सवालों से पहचाने न कि उसके उत्तरों से”
-वाल्टेयर

©अभिषेक: पाराशरः

Language: Sanskrit
Tag: Quotation
120 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
भेड़ चालों का रटन हुआ
भेड़ चालों का रटन हुआ
Vishnu Prasad 'panchotiya'
निराशा हाथ जब आए, गुरू बन आस आ जाए।
निराशा हाथ जब आए, गुरू बन आस आ जाए।
डॉ.सीमा अग्रवाल
* प्रभु राम के *
* प्रभु राम के *
surenderpal vaidya
तेरी मेरी तस्वीर
तेरी मेरी तस्वीर
Neeraj Agarwal
पंखा
पंखा
देवराज यादव
दिल की बातें....
दिल की बातें....
Kavita Chouhan
"बढ़"
Dr. Kishan tandon kranti
💐अज्ञात के प्रति-80💐
💐अज्ञात के प्रति-80💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
सुप्रभात प्रिय..👏👏
सुप्रभात प्रिय..👏👏
आर.एस. 'प्रीतम'
कुछ खामोशियाँ तुम ले आना।
कुछ खामोशियाँ तुम ले आना।
Manisha Manjari
पापी करता पाप से,
पापी करता पाप से,
sushil sarna
नयी - नयी लत लगी है तेरी
नयी - नयी लत लगी है तेरी
सिद्धार्थ गोरखपुरी
मेरा होकर मिलो
मेरा होकर मिलो
Mahetaru madhukar
अगणित शौर्य गाथाएं हैं
अगणित शौर्य गाथाएं हैं
Bodhisatva kastooriya
विद्रोही प्रेम
विद्रोही प्रेम
Rashmi Ranjan
*राम जन्म अद्भुत अवतारी : चौपाइयॉं*
*राम जन्म अद्भुत अवतारी : चौपाइयॉं*
Ravi Prakash
पैसा सौगात के नाम पर बंटे
पैसा सौगात के नाम पर बंटे
*Author प्रणय प्रभात*
लाचार जन की हाय
लाचार जन की हाय
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
संगति
संगति
Buddha Prakash
भोले शंकर ।
भोले शंकर ।
Anil Mishra Prahari
Dr . Arun Kumar Shastri - ek abodh balak
Dr . Arun Kumar Shastri - ek abodh balak
DR ARUN KUMAR SHASTRI
तुम      चुप    रहो    तो  मैं  कुछ  बोलूँ
तुम चुप रहो तो मैं कुछ बोलूँ
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
फन कुचलने का हुनर भी सीखिए जनाब...!
फन कुचलने का हुनर भी सीखिए जनाब...!
Ranjeet kumar patre
जहरीले धूप में (कविता )
जहरीले धूप में (कविता )
Ghanshyam Poddar
मेरे पिता मेरा भगवान
मेरे पिता मेरा भगवान
Nanki Patre
***
*** " ये दरारों पर मेरी नाव.....! " ***
VEDANTA PATEL
याद हो बस तुझे
याद हो बस तुझे
Dr fauzia Naseem shad
"सुप्रभात"
Yogendra Chaturwedi
मैं भविष्य की चिंता में अपना वर्तमान नष्ट नहीं करता क्योंकि
मैं भविष्य की चिंता में अपना वर्तमान नष्ट नहीं करता क्योंकि
Rj Anand Prajapati
जय महादेव
जय महादेव
Shaily
Loading...