■ हम धनुर्धर….
■ कोदंड प्रेमी
【प्रणय प्रभात】
एकलव्य, अर्जुन से नाता है।
शर-संधान हमे भी आता है।।
अस्त्रायुध दुनिया मे लाखों हों।
हमको बस कोदंड सुहाता है।।
■ कोदंड प्रेमी
【प्रणय प्रभात】
एकलव्य, अर्जुन से नाता है।
शर-संधान हमे भी आता है।।
अस्त्रायुध दुनिया मे लाखों हों।
हमको बस कोदंड सुहाता है।।