■ सीधी बात
■ मन्तव्य
“कागज़ी नहीं, मैदानी हों विधान. तब सुरक्षित होगा इंसान। बचेगा सम्मान, संविधान और हिंदुस्तान।”
#प्रणय_प्रभात
■ मन्तव्य
“कागज़ी नहीं, मैदानी हों विधान. तब सुरक्षित होगा इंसान। बचेगा सम्मान, संविधान और हिंदुस्तान।”
#प्रणय_प्रभात