■ लघुकथा / पशु कौन…?
■ लघुकथा / पशु कौन…?
【प्रणय प्रभात】
शहर के बीच स्थित बड़े चौक की बात है। जहां चार नौजवान घेरा सा बनाकर खड़े थे। सूरत-शकल और पहनावे से अच्छे घरों के प्रतीत हो रहे थे। उनमें से दो के हाथ मे पॉलीथिन थी। जिनमे क़रीब दो दर्जन केले थे। बे बारी-बारी से एक-एक केला निकालते। उसे खाते और छिलका सड़क पर उछाल देते। आसपास ही घूमते दो आवारा पशु सड़क पर गिरे छिलके को तुरंत निगल जाते। इस नज़ारे को देख कर में यह तय नहीं कर पाया कि पशु आखिर कौन था? यदि आप तय कर पाएं तो मुझे ज़रूर बताएं।