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3 Mar 2023 · 1 min read

■ मुक्तक…

■ आज की बात…
तो तय है उसका क्यों भय है। जब तक जीवन है तब तक जिओ। पूरी तरह खुलकर। बिना किसी से ग़लत समझौता किए।
【प्रणय प्रभात】

Language: Hindi
1 Like · 429 Views
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