Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Dec 2022 · 1 min read

■ बदलती कहावत…..

#एक_और_प्रयोग:-
【प्रणय प्रभात】
■ पुरखे कहते आए-
“घर का जोगी जोगड़ा,
आन गांव का सिद्ध।”
■ मैंने भी जोड़ दिया-
“उन्हें गरुड़ क्या भाएगा?
जिन्हें भा रहा गिद्ध।।”
बन गया ना दोहा…??
अभिप्राय-
“घटिया लोग घटिया पसंद।”
या फिर
“मलयागिरि के भील न जानें चंदन वाला मोल।”
क्यों करना परवाह…?

Language: Hindi
1 Like · 108 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Dr. Sunita Singh
"अवध में राम आये हैं"
Ekta chitrangini
हाइकु .....चाय
हाइकु .....चाय
sushil sarna
नकारात्मकता फैलानी हो तो
नकारात्मकता फैलानी हो तो
*Author प्रणय प्रभात*
मंज़िल को पाने के लिए साथ
मंज़िल को पाने के लिए साथ
DrLakshman Jha Parimal
ਮੁੜ ਆ ਸੱਜਣਾ
ਮੁੜ ਆ ਸੱਜਣਾ
Surinder blackpen
💐प्रेम कौतुक-279💐
💐प्रेम कौतुक-279💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
क्रोध को नियंत्रित कर अगर उसे सही दिशा दे दिया जाय तो असंभव
क्रोध को नियंत्रित कर अगर उसे सही दिशा दे दिया जाय तो असंभव
Paras Nath Jha
दिनांक - २१/५/२०२३
दिनांक - २१/५/२०२३
संजीव शुक्ल 'सचिन'
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ/ दैनिक रिपोर्ट*
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ/ दैनिक रिपोर्ट*
Ravi Prakash
मार मुदई के रे
मार मुदई के रे
जय लगन कुमार हैप्पी
पुस्तक समीक्षा - अंतस की पीड़ा से फूटा चेतना का स्वर रेत पर कश्तियाँ
पुस्तक समीक्षा - अंतस की पीड़ा से फूटा चेतना का स्वर रेत पर कश्तियाँ
डॉ. दीपक मेवाती
बीती यादें भी बहारों जैसी लगी,
बीती यादें भी बहारों जैसी लगी,
manjula chauhan
23/114.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/114.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बेटियां!दोपहर की झपकी सी
बेटियां!दोपहर की झपकी सी
Manu Vashistha
चाहत
चाहत
Sûrëkhâ Rãthí
ज़िंदगी की अहमियत
ज़िंदगी की अहमियत
Dr fauzia Naseem shad
चाय और गपशप
चाय और गपशप
Seema gupta,Alwar
मैं जीना सकूंगा कभी उनके बिन
मैं जीना सकूंगा कभी उनके बिन
कृष्णकांत गुर्जर
शायरी
शायरी
goutam shaw
हार
हार
पूर्वार्थ
वो खूबसूरत है
वो खूबसूरत है
रोहताश वर्मा 'मुसाफिर'
राजनीति के क़ायदे,
राजनीति के क़ायदे,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस
Ram Krishan Rastogi
🌷ज़िंदगी के रंग🌷
🌷ज़िंदगी के रंग🌷
पंकज कुमार कर्ण
नवल प्रभात में धवल जीत का उज्ज्वल दीप वो जला गया।
नवल प्रभात में धवल जीत का उज्ज्वल दीप वो जला गया।
Neelam Sharma
मौसम मौसम बदल गया
मौसम मौसम बदल गया
The_dk_poetry
आत्महत्या
आत्महत्या
Harminder Kaur
दोहे
दोहे
अशोक कुमार ढोरिया
फितरत
फितरत
Srishty Bansal
Loading...