Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jan 2023 · 1 min read

■ क़तआ / मुक्तक

■ आज_के_अशआर :-
“ना ऊंच-नीच से मतलब, ना हश्र की चिंता,
उधर चलेगी हवा जिस तरफ़ को बहती है !
ज़रा सी ढील मिली और खा गई झोंका !
पतंग डोर से बंध कर के कहाँ रहती है ?”
【प्रणय प्रभात】

Language: Hindi
1 Like · 146 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मुक्तक
मुक्तक
sushil sarna
"हर दिन कुछ नया सीखें ,
Mukul Koushik
दूर जा चुका है वो फिर ख्वाबों में आता है
दूर जा चुका है वो फिर ख्वाबों में आता है
Surya Barman
माँ लक्ष्मी
माँ लक्ष्मी
Bodhisatva kastooriya
#यादें_बाक़ी
#यादें_बाक़ी
*Author प्रणय प्रभात*
तमाशबीन जवानी
तमाशबीन जवानी
Shekhar Chandra Mitra
क्या देखा है मैंने तुझमें?....
क्या देखा है मैंने तुझमें?....
Amit Pathak
नाम कमाले ये जिनगी म, संग नई जावय धन दौलत बेटी बेटा नारी।
नाम कमाले ये जिनगी म, संग नई जावय धन दौलत बेटी बेटा नारी।
Ranjeet kumar patre
हिंदी दिवस पर विशेष
हिंदी दिवस पर विशेष
Akash Yadav
हम अपने प्रोफाइल को लॉक करके रखते हैं ! साइबर क्राइम के परिव
हम अपने प्रोफाइल को लॉक करके रखते हैं ! साइबर क्राइम के परिव
DrLakshman Jha Parimal
रजा में राजी गर
रजा में राजी गर
Satish Srijan
अभिसप्त गधा
अभिसप्त गधा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
सिलसिला रात का
सिलसिला रात का
Surinder blackpen
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-143के दोहे
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-143के दोहे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
अगर हौसला हो तो फिर कब ख्वाब अधूरा होता है,
अगर हौसला हो तो फिर कब ख्वाब अधूरा होता है,
Shweta Soni
पिता
पिता
Dr Parveen Thakur
रक्षा के पावन बंधन का, अमर प्रेम त्यौहार
रक्षा के पावन बंधन का, अमर प्रेम त्यौहार
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मुर्दा समाज
मुर्दा समाज
Rekha Drolia
फिर मिलेंगे
फिर मिलेंगे
साहित्य गौरव
याद हो बस तुझे
याद हो बस तुझे
Dr fauzia Naseem shad
!..............!
!..............!
शेखर सिंह
हज़ारों रंग बदलो तुम
हज़ारों रंग बदलो तुम
shabina. Naaz
3020.*पूर्णिका*
3020.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Drapetomania
Drapetomania
Vedha Singh
* मन में कोई बात न रखना *
* मन में कोई बात न रखना *
surenderpal vaidya
"यह आम रास्ता नहीं है"
Dr. Kishan tandon kranti
जब ख्वाब भी दर्द देने लगे
जब ख्वाब भी दर्द देने लगे
Pramila sultan
🥀 *अज्ञानी की कलम* 🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम* 🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
*जय हनुमान वीर बलशाली (कुछ चौपाइयॉं)*
*जय हनुमान वीर बलशाली (कुछ चौपाइयॉं)*
Ravi Prakash
अंदाज़े शायरी
अंदाज़े शायरी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Loading...