■ आज की सलाह….
#कर_के_देखिए
■ उपेक्षा : सहज उपचार…
“बुराई” और “नकारात्मकता” पर बिना लड़े जीत हासिल की जा सकती है। वो भी बिना ऊर्जा और समय नष्ट किए। आप बस उनके बारे में सुनना और कहना बन्द कर दीजिए। सम्भव हो तो अच्छाई और सकारात्मकता की बात कहने व सुनने पर ध्यान केंद्रित कीजिए। आप देखेंगे कि काग, श्रगाल, श्वानों की बोलती अपने आप मंद पड़ते हुए बंद हो जाएगी। जो प्रायः प्रतिक्रिया से बढ़ती है। क्या ज़रूरी है कि आप बेवक़ूफों की बकवास पर कान, ध्यान और ज्ञान दें…?
【प्रणय प्रभात】