Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Dec 2023 · 1 min read

புறப்பாடு

இந்த நகரத்தின் நினைவுகளை என்னுடன் எடுத்துச் சென்றேன்.
கடந்த தருணங்களின் கணக்கை என்னுடன் எடுத்துக்கொண்டேன்,

போட்டிகளையும் பகைமைகளையும் விட்டுவிட்டு, நான் என்னுடன் அன்பை எடுத்துக்கொண்டேன்,
உற்சாகத்தையும் கூடுதலையும் விட்டு தனிமையை என்னுடன் எடுத்துக்கொண்டேன்

அடக்குமுறை மற்றும் சித்திரவதைக் கதைகளை விட்டுவிட்டு, நான் என்னுடன் சமாதானம் அடைந்தேன்,
வலியையும் விசுவாசமின்மையையும் விட்டுவிடுங்கள், நான் என்னுடன் தயவையும் விசுவாசத்தையும் ஏற்றுக்கொண்டேன்,

சுயநலத்தை விட்டுவிட்டு, உணர்வு-இ-அனுதாபத்தை என்னுடன் எடுத்துக்கொண்டேன்,
என் இயல்பை விட்டு, என் ஒழுக்கத்தை என்னுடன் எடுத்துக்கொண்டேன்.

தூங்கிக் கொண்டிருந்த மனசாட்சியை எழுப்பி, மனித நேயத்தையும் என்னுடன் சேர்த்து விட்டேன்.

Language: Tamil
155 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Shyam Sundar Subramanian
View all
You may also like:
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
दोहे -लालची
दोहे -लालची
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
होगे बहुत ज़हीन, सवालों से घिरोगे
होगे बहुत ज़हीन, सवालों से घिरोगे
Shweta Soni
मेरे हमनवा ,मेरे रहनुमा ,मुझे रोशनी की मशाल दे ,,
मेरे हमनवा ,मेरे रहनुमा ,मुझे रोशनी की मशाल दे ,,
Neelofar Khan
माॅ
माॅ
Santosh Shrivastava
सुस्त पड़ी हर दस्तक,थम गई हर आहट
सुस्त पड़ी हर दस्तक,थम गई हर आहट
पूर्वार्थ
रावण जलाने का इरादा लेकर निकला था कल
रावण जलाने का इरादा लेकर निकला था कल
Ranjeet kumar patre
*दिल का आदाब ले जाना*
*दिल का आदाब ले जाना*
sudhir kumar
मैं कितना अकेला था....!
मैं कितना अकेला था....!
भवेश
उठ रहा मन में समन्दर क्यूँ छल रहा सारा जहाँ,
उठ रहा मन में समन्दर क्यूँ छल रहा सारा जहाँ,
अर्चना मुकेश मेहता
मालिक मेरे करना सहारा ।
मालिक मेरे करना सहारा ।
Buddha Prakash
तुलनात्मक अध्ययन एक अपराध-बोध
तुलनात्मक अध्ययन एक अपराध-बोध
Mahender Singh
बड़ी ही शुभ घड़ी आयी, अवध के भाग जागे हैं।
बड़ी ही शुभ घड़ी आयी, अवध के भाग जागे हैं।
डॉ.सीमा अग्रवाल
"वो बुड़ा खेत"
Dr. Kishan tandon kranti
धर्म के परदे  के   पीछे,  छुप   रहे    हैं  राजदाँ।
धर्म के परदे के पीछे, छुप रहे हैं राजदाँ।
दीपक झा रुद्रा
"अलग -थलग"
DrLakshman Jha Parimal
3933.💐 *पूर्णिका* 💐
3933.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
कैसा होगा मेरा भविष्य मत पूछो यह मुझसे
कैसा होगा मेरा भविष्य मत पूछो यह मुझसे
gurudeenverma198
कोई बाहों में होकर भी दिल से बहुत दूर था,
कोई बाहों में होकर भी दिल से बहुत दूर था,
Ravi Betulwala
एतमाद नहीं करते
एतमाद नहीं करते
Dr fauzia Naseem shad
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
खुद से रूठा तो खुद ही मनाना पड़ा
खुद से रूठा तो खुद ही मनाना पड़ा
सिद्धार्थ गोरखपुरी
■ कृष्ण_पक्ष
■ कृष्ण_पक्ष
*प्रणय*
क्या ईसा भारत आये थे?
क्या ईसा भारत आये थे?
कवि रमेशराज
सांसों को धड़कन की इबादत करनी चाहिए,
सांसों को धड़कन की इबादत करनी चाहिए,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बड़े दिनों से चढ़ा है तेरे प्यार का नसा।
बड़े दिनों से चढ़ा है तेरे प्यार का नसा।
Diwakar Mahto
रक्षा बंधन
रक्षा बंधन
Swami Ganganiya
सबक
सबक
Saraswati Bajpai
*पीला भी लो मिल गया, तरबूजों का रंग (कुंडलिया)*
*पीला भी लो मिल गया, तरबूजों का रंग (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
कौन सुने फरियाद
कौन सुने फरियाद
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
Loading...