Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Jan 2023 · 1 min read

ਸਾਡੀ ਪ੍ਰੇਮ ਕਹਾਣੀ

ਅਜ਼ਲਾਂ ਤੋਂ ਹੀ ਤੁਰਦੀ ਆਈ,ਸਾਡੀ ਇਸ਼ਕ ਕਹਾਣੀ।
ਸੀਨੇ ਦੇ ਵਿਚ ਹੌਕੇ ਦਿੱਤੇ, ਅੱਖਾਂ ਦੇ ਵਿਚ ਪਾਣੀ।

ਕੀਹਨੂੰ ਦੱਸੀਏ ਦੁੱਖ ਹਿਜਰ ਦੇ,ਕੀਹਦੇ ਗਲ ਲੱਗ ਰੋਵਾਂ
ਕੀਹਦੇ ਸਿਰ ਭਾਂਡਾ ਭੰਨਾ, ਕੀਹਦਾ ਨਾਂ ਲਕੋਵਾ।

ਔਖੇ ਹੋ ਹੋ ਦਿਨ ਕੱਟੀਏ, ਔਸੀਆਂ ਪਾਵਾਂ ਮੈਂ ਬੈਠੀ
ਕਿਵੇਂ ਦੱਸੀਏ,ਝੋਲੀ ਸਾਂਭੀ ਅਸਾਂ,ਇਹ ਪੀੜ‌ ਪਲੇਠੀ।

ਸੰਝ ਹੋਈ, ਪਰਛਾਵੇਂ ਢਲਦੇ,ਰਾਹੀਂ ਮੁੜ ਨਾ ਆਉਂਦੇ
ਆਥਣ ਵੇਲੇ ਤਾਂ ਜ਼ਾਲਮਾਂ,ਪੰਛੀ ਵੀ ਮੁੜ ਆਉਂਦੇ।

ਇਸ਼ਕ ਹਕੀਕੀ, ਇਸ਼ਕ ਮਜਾਜ਼ੀ,ਕਿੰਨੇ ਰੰਗ ਇਸ਼ਕ ਦੇ
ਧੜਕਣ ਵੀ ਹੋਈ ਬੇਗਾਨੀ,,ਲੱਗੇ ਜਦ ਸੰਗ ਇਸ਼ਕ ਦੇ।

ਸੁਰਿੰਦਰ ਕੋਰ

Language: Punjabi
172 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Surinder blackpen
View all
You may also like:
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
हारने से पहले कोई हरा नहीं सकता
हारने से पहले कोई हरा नहीं सकता
कवि दीपक बवेजा
"लकीरों के रंग"
Dr. Kishan tandon kranti
*फितरत*
*फितरत*
Dushyant Kumar
काग़ज़ पर उतार दो
काग़ज़ पर उतार दो
Surinder blackpen
विश्व शांति की करें प्रार्थना, ईश्वर का मंगल नाम जपें
विश्व शांति की करें प्रार्थना, ईश्वर का मंगल नाम जपें
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
दोहा निवेदन
दोहा निवेदन
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
"बिन स्याही के कलम "
Pushpraj Anant
सोने की चिड़िया
सोने की चिड़िया
Bodhisatva kastooriya
मां महागौरी
मां महागौरी
Mukesh Kumar Sonkar
यशोधरा के प्रश्न गौतम बुद्ध से
यशोधरा के प्रश्न गौतम बुद्ध से
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
दिल से निभाती हैं ये सारी जिम्मेदारियां
दिल से निभाती हैं ये सारी जिम्मेदारियां
Ajad Mandori
कौर दो कौर की भूख थी
कौर दो कौर की भूख थी
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अगर वास्तव में हम अपने सामर्थ्य के अनुसार कार्य करें,तो दूसर
अगर वास्तव में हम अपने सामर्थ्य के अनुसार कार्य करें,तो दूसर
Paras Nath Jha
मातृ दिवस या मात्र दिवस ?
मातृ दिवस या मात्र दिवस ?
विशाल शुक्ल
आपकी लिखावट भी यह दर्शा देती है कि आपकी बुद्धिमत्ता क्या है
आपकी लिखावट भी यह दर्शा देती है कि आपकी बुद्धिमत्ता क्या है
Rj Anand Prajapati
दोहा छंद विधान
दोहा छंद विधान
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
घट -घट में बसे राम
घट -घट में बसे राम
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
कैसे भुल जाऊ उस राह को जिस राह ने मुझे चलना सिखाया
कैसे भुल जाऊ उस राह को जिस राह ने मुझे चलना सिखाया
Shakil Alam
पूस की रात
पूस की रात
Atul "Krishn"
मेरे जज़्बात को चिराग कहने लगे
मेरे जज़्बात को चिराग कहने लगे
सिद्धार्थ गोरखपुरी
ईश्वर की बनाई दुनिया में
ईश्वर की बनाई दुनिया में
Shweta Soni
- अपनो का दर्द सहते सहनशील हो गए हम -
- अपनो का दर्द सहते सहनशील हो गए हम -
bharat gehlot
__सुविचार__
__सुविचार__
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
शाश्वत, सत्य, सनातन राम
शाश्वत, सत्य, सनातन राम
श्रीकृष्ण शुक्ल
परफेक्ट बनने के लिए सबसे पहले खुद में झांकना पड़ता है, स्वयं
परफेक्ट बनने के लिए सबसे पहले खुद में झांकना पड़ता है, स्वयं
Seema gupta,Alwar
2549.पूर्णिका
2549.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
मां - स्नेहपुष्प
मां - स्नेहपुष्प
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
हाई स्कूल की परीक्षा सम्मान सहित उत्तीर्ण
हाई स्कूल की परीक्षा सम्मान सहित उत्तीर्ण
Ravi Prakash
-- मुंह पर टीका करना --
-- मुंह पर टीका करना --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
Loading...