Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Dec 2021 · 1 min read

ਬੇਰੁਜਗਾਰੀ

***** ਬੇਰੁਜ਼ਗਾਰੀ ******
*********************
ਬੇਰੁਜ਼ਗਾਰੀ ਹੈ ਇਕ ਬਿਮਾਰੀ
ਜਿੰਦਈ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ਉਸਤੋਂ ਹਾਰੀ

ਰੁੱਖਾਂ ਉੱਤੇ ਨਹੀਂ ਲੱਗਦੇ ਨੋਟ
ਮੇਹਨਤ ਕਰਨੀ ਪੈਂਦੀ ਹੈ ਭਾਰੀ

ਕਿਸੇ ਨੇ ਕੱਦੇ ਕੁਜ ਨਹੀਂ ਦੇਣਾ
ਕੋਸ਼ਿਸ਼ ਕਰਨੀ ਪੈਂਦੀ ਹੈ ਸਾਰੀ

ਦੱਸ ਕੀ ਕਮਾਵੈ ਤੇ ਕੀ ਓ ਖਾਵੇ
ਚੂਹੇ ਨੱਚਣ ਪੜੋਲੈ ਰਾਤ ਸਾਰੀ

ਸੰਭਲ ਸੰਭਲ ਕੇ ਧੱਰ ਕਦਮ
ਪਲ ਚ ਗਵਾਚਦੀ ਸਰਦਾਰੀ

ਦੁਨੀਆਂ ਦੀ ਲੱਗੀ ਬਲ਼ੀ ਭੀੜ
ਸੀਟ ਦੀ ਜਿੱਮੇਵਾਰ ਹੈ ਸਵਾਰੀ

ਮਨਸੀਰਤ ਲੱਭਦਾ ਹੈ ਥਾਂ ਥਾਂ
ਬਿਨਾ ਰੋਜਗਾਰ ਹੈ ਭਿਖਾਰੀ
*********************
ਸੁਖਵਿੰਦਰ ਸਿੰਘ ਮਨਸੀਰਤ
ਖੇੜੀ ਰਾਓ ਵਾਲੀ (ਕੈਥਲ)

Language: Punjabi
409 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कोरा रंग
कोरा रंग
Manisha Manjari
हक़ीक़त का
हक़ीक़त का
Dr fauzia Naseem shad
रंगीला बचपन
रंगीला बचपन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
सूर्य देव की अरुणिम आभा से दिव्य आलोकित है!
सूर्य देव की अरुणिम आभा से दिव्य आलोकित है!
Bodhisatva kastooriya
2638.पूर्णिका
2638.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
!!! सदा रखें मन प्रसन्न !!!
!!! सदा रखें मन प्रसन्न !!!
जगदीश लववंशी
#तेवरी / #देसी_ग़ज़ल
#तेवरी / #देसी_ग़ज़ल
*Author प्रणय प्रभात*
कविता तुम क्या हो?
कविता तुम क्या हो?
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
दूर चकोरी तक रही अकास...
दूर चकोरी तक रही अकास...
डॉ.सीमा अग्रवाल
हृदय को ऊॅंचाइयों का भान होगा।
हृदय को ऊॅंचाइयों का भान होगा।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
💐प्रेम कौतुक-250💐
💐प्रेम कौतुक-250💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मुद्दत से संभाला था
मुद्दत से संभाला था
Surinder blackpen
* धीरे धीरे *
* धीरे धीरे *
surenderpal vaidya
Tum hame  nist-ee nabut  kardo,
Tum hame nist-ee nabut kardo,
Sakshi Tripathi
आगोश में रह कर भी पराया रहा
आगोश में रह कर भी पराया रहा
हरवंश हृदय
"प्रेम"
Dr. Kishan tandon kranti
मुफलिसों को जो भी हॅंसा पाया।
मुफलिसों को जो भी हॅंसा पाया।
सत्य कुमार प्रेमी
चाह ले....
चाह ले....
सिद्धार्थ गोरखपुरी
नफ़रत की आग
नफ़रत की आग
Shekhar Chandra Mitra
फितरते फतह
फितरते फतह
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
तारीफ क्या करूं,तुम्हारे शबाब की
तारीफ क्या करूं,तुम्हारे शबाब की
Ram Krishan Rastogi
बेटी से प्यार करो
बेटी से प्यार करो
Neeraj Agarwal
समय और मौसम सदा ही बदलते रहते हैं।इसलिए स्वयं को भी बदलने की
समय और मौसम सदा ही बदलते रहते हैं।इसलिए स्वयं को भी बदलने की
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कोना मेरे नाम का
कोना मेरे नाम का
Dr.Priya Soni Khare
तुम मेरा साथ दो
तुम मेरा साथ दो
Surya Barman
बचपन
बचपन
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
भूलकर चांद को
भूलकर चांद को
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
शब्द
शब्द
Madhavi Srivastava
Loading...