Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Jul 2023 · 1 min read

ਕਦਮਾਂ ਦੇ ਨਿਸ਼ਾਨ

ਛੱਡ ਗਿਐ ਦਿਲ ਤੇ ਕਦਮਾਂ ਦੇ ਨਿਸ਼ਾਨ।
ਬਸ ਇਹਨੂੰ ਵੇਖੀ ਜਾਣ ਮੇਰੇ ਅਰਮਾਨ।

ਕਿੱਥੇ ਜਾ ਕੇ ਬਹਿ ਗਿਉ ,ਬੋਲਦਾ ਕਿਉ ਨਹੀ,
ਕਿੱਥੇ ਗਈ ਹੁਣ ਤੇਰੇ ਮੂੰਹ ਵਿਚੋ ਏ ਜ਼ਬਾਨ।

ਵੱਸਦਾ ਹੋਵੇਗਾ ਤੂੰ ਤੇ ਹਾਸੇ ਖੇੜਿਆ ਦੇ ਵਿੱਚ,
ਬੱਸ ਸਾਡੀ ਜ਼ਿੰਦਗੀ ਕਰ ਗਿਆ ਏ ਵੀਰਾਨ।

ਹਿਜ਼ਰਾ ਦੇ ਕੰਡੇ ਅਸੀ ਹੱਥਾਂ ਨਾਲ ਚੁੱਗ ਲਏ,
ਫੜ ਹੀ ਹੋਇਆ ਫਿਰ ਹੋਰ ਕੋਈ ਵੀ ਸਮਾਨ।

ਮਹਿਕਦੀ ਰਹੇ ਸ਼ਾਲਾ ਤੇਰੀ ਜ਼ਿੰਦਗੀ ਵੇ ਤੇਰੀ।
ਸਾਡੀ ਤੇ ਬਣਾ ਗਿਆ ਜਾਂਦੇ ਜਾਂਦੇ ਸ਼ਮਸ਼ਾਨ।

Language: Punjabi
250 Views
Books from Surinder blackpen
View all

You may also like these posts

न चिंता आज की करों न कल की।
न चिंता आज की करों न कल की।
Rj Anand Prajapati
4542.*पूर्णिका*
4542.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हम अभी ज़िंदगी को
हम अभी ज़िंदगी को
Dr fauzia Naseem shad
ग़ज़ल
ग़ज़ल
अनिल कुमार निश्छल
हिय–तरंगित कर रही हो....!
हिय–तरंगित कर रही हो....!
singh kunwar sarvendra vikram
" सूरज "
Dr. Kishan tandon kranti
विदाई समारोह पर ...
विदाई समारोह पर ...
SURYA PRAKASH SHARMA
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
**जिंदगी की ना टूटे लड़ी**
**जिंदगी की ना टूटे लड़ी**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
गफलत।
गफलत।
Amber Srivastava
महा शिवरात्रि
महा शिवरात्रि
Indu Nandal
धनुष वर्ण पिरामिड
धनुष वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
लड़ता रहा जो अपने ही अंदर के ख़ौफ़ से
लड़ता रहा जो अपने ही अंदर के ख़ौफ़ से
अंसार एटवी
ख्वाबों के रेल में
ख्वाबों के रेल में
Ritu Verma
Herons
Herons
Buddha Prakash
मुझसे  ऊँचा क्यों भला,
मुझसे ऊँचा क्यों भला,
sushil sarna
दोहा
दोहा
seema sharma
पनघट के पत्थर
पनघट के पत्थर
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
Bundeli Doha pratiyogita 142
Bundeli Doha pratiyogita 142
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
*मृत्यु (सात दोहे)*
*मृत्यु (सात दोहे)*
Ravi Prakash
जो द्वार का सांझ दिया तुमको,तुम उस द्वार को छोड़
जो द्वार का सांझ दिया तुमको,तुम उस द्वार को छोड़
पूर्वार्थ
जेब में
जेब में
Dr. Chandresh Kumar Chhatlani (डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी)
तिरंगा
तिरंगा
Ashwani Kumar Jaiswal
अथ ज्ञान सागर
अथ ज्ञान सागर
भूरचन्द जयपाल
- जिंदगी का तमाशा बना दिया -
- जिंदगी का तमाशा बना दिया -
bharat gehlot
मौन  की भाषा सिखा दो।
मौन की भाषा सिखा दो।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
रे मन! यह संसार बेगाना
रे मन! यह संसार बेगाना
अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित'
।। द्वंद्व।।
।। द्वंद्व।।
Priyank Upadhyay
* बातें व्यर्थ की *
* बातें व्यर्थ की *
surenderpal vaidya
दिल-शिकन वादा-शिकन
दिल-शिकन वादा-शिकन
*प्रणय*
Loading...