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23 Jan 2023 · 1 min read

हमारा सब्र तो देखो

तुम्हें अब भी चाहते हैं, हमारा सब्र तो देखो।
किसी के घर न बरसा,निगोड़ा अब्र तो देखो।

बहुत चाहा,बहुत माना,बहुत सजदे किये मैंने।
दिल को बहुत संभाला, बहुत आंसू पिये मैंने।

ताउम्र मयस्सर न हुई खुशी ,हमको ऐ यारा
तेरी बेवफ़ाई कभी न हुई ,हमको गवारा।

दीद तेरी के प्यासे हैं, कहां जाये किधर जाये
सब तरफ तेरे किस्से हैं, जहां जाए जिधर जाए।

आसान इतना भी नहीं , दर्द ए ग़म को सहना
आग लगी हो इश्क़ की, अश्क एक न बहना।

सुरिंदर कौर

Language: Hindi
181 Views
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