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25 May 2023 · 1 min read

**ਅੱਗੇ ਵਧਿਆ ਮੁੜਿਆ ਨਾ ਕਰ**

**ਅੱਗੇ ਵਧਿਆ ਮੁੜਿਆ ਨਾ ਕਰ**
**************************

ਹੋ ਅੱਗੇ ਵਧਿਆ ਮੁੜਿਆ ਨਾ ਕਰ।
ਹਲਵਾ ਹੁੰਗਾਰਾ ਤੂੰ ਭਰਿਆ ਨਾ ਕਰ।

ਔਂਕੜਾ ਅੰਦੀਆ ਜਾਂਦੀਆ ਰਹਣੀਆ,
ਡਰ ਕੇ ਪਿੱਛੇ ਪਬ ਪੁੱਟਿਆ ਨਾ ਕਰ।

ਡਰਨ ਵਾਲੀ ਕੋਈ ਗੱਲ ਨੀ ਹੋਂਦੀ,
ਖ਼ਾਸਖਵਾਹ ਕਦੇ ਡਰਿਆ ਨਾ ਕਰ।

ਚਲਦਾ ਹੋਇਆ ਕੰਮ ਵੇਖ ਕਿਸੇ ਦਾ,
ਅੰਦਰੋ ਅੰਦਰੀ ਜਲਿਆ ਨਾ ਕਰ।

ਗਮ ਖਾਵਣ ਵਾਲਾ ਗ਼ਮਖ਼ਾਰ ਬੁਰਾ,
ਤੂੰ ਹਿੱਕ ਤੇ ਪੱਥਰ ਧਰਿਆ ਨਾ ਕਰ।

ਕਦੇ ਕਿਸੇ ਦੀ ਨਹੀਂ ਉਂਗਲੀ ਫੜ ਕੇ,
ਝੱਟ ਤੋਂ ਪਾਉਚਾਂ ਤੂੰ ਫੜਿਆ ਨਾ ਕਰ।

ਮਾਂ ਬਾਪੂ ਬੋਹੜ ਦੀ ਛਾਂਵਾਂ ਵਰਗੇ ਨ,
ਅੱਖਾਂ ਤੋਂ ਓਹਲੇ ਕਰਿਆ ਨਾ ਕਰ।

ਜੈ ਕੋਈ ਕਿੱਥੇ ਕਿਧਰੇ ਕੰਮ ਨਾ ਹੋਵੇ,
ਗਲੀ ਮੁਹੱਲੇ ਕਦੇ ਖੜਿਆ ਨਾ ਕਰ।

ਸਿੱਧੀਆਂ ਗੱਲਾਂ ਮਨਸੀਰਤ ਦਸਦਾ,
ਖਰੀਆਂ ਖਰੀਆਂ ਸੁਣਿਆ ਨਾ ਕਰ।
*************************
ਸੁੱਖਵਿੰਦਰ ਸਿੰਘ ਮਨਸੀਰਤ
ਖੇਡੀ ਰਾਓ ਵਾਲੀ (ਕੈਥਲ)

Language: Punjabi
46 Views
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