फ़ख्त अठन्नी-चवन्नी
केस-मुकद्दमे….
मकान बनाने….
और फिर मित्रो के
साथ नहीं मिलने पर
और इच्छा अनुसार
काम नहीं होने पर
टूट गया हूँ….
आज तो मामावाले में
और भी खर्च हो गया….
मैं तो आपका हूँ ही
दिल से हूँ….
दुनिया के रंग सहना
और मुँह से
कुछ ना कहना !
फ़ख्त अठन्नी-चवन्नी !